राजस्थान ज्ञानकोश प्रश्नोत्तरी : राजस्थान में उन्नत कृषि
08.12.2021
राजस्थान ज्ञानकोश प्रश्नोत्तरी - 75
राजस्थान ज्ञानकोश प्रश्नोत्तरी : राजस्थान में उन्नत कृषि नगदी फसलें
1. प्रश्न - नगदी फसलें किन्हें कहते हैं ?
उत्तर - वे फसलें जो निजी उपयोग के लिए न बोई जाकर बाजार में बेचकर नगद राशि अर्जित करने के उद्देश्य से बोई जाती हैं उन्हें नगदी फसलें कहते हैं।
2. प्रश्न - राजस्थान में बोई जाने वाली मुख्य नगदी फसलें कौनसी हैं ?
उत्तर - राजस्थान में उगाई जाने वाली नगदी फसलों में दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में मक्का, गेहूँ, सरसों, चना, उड़द, गन्ना, चावल, तम्बाखू तथा कपास सम्मिलित हैं। मैदानी क्षेत्रों की लगभग सभी शाक-सब्जियां यथा - आलू, फूलगोभी, पत्तागोभी, गांठगोभी, मिर्च, बैंगन, टमाटर, मटर, मूली, पालक, पत्ता मैथी, लौकी, तोरी, टिण्डा, कद्दू, गाजर, ककड़ी, करेला, चुकंदर, शलजम आदि भी बहुतायत से पैदा की जाती है। मैदानी भागों के लगभग सभी फलों के उद्यान राजस्थान में स्थित हैं। आम, अमरूद, पपीता, केला, जामुन, चीकू, आड़ू, अंगूर, लीची, खजूर, नारियल, तरबूजा, खरबूजा, ककड़ी, संतरा, कीनू, माल्टा, नाशपाती, शरीफा, फालसा एवं अनानास आदि फलों का उत्पादन होता है। मसाले की फसलों में जीरा, धनिया, मिर्च, ईसबगोल, सौंफ, राई, मैथी, प्याज, लहसुन, हल्दी, अदरक, अजवायन, कालीजीरी, पोदीना, करीपत्ता, आदि का उत्पादन होता है। अन्य नगदी फसलों में मेहंदी, अरण्डी, रिजका, विभिन्न प्रकार के पुष्पों की खेती होती है। ये सब फसलें नगदी फसलों की श्रेणी में आती हैं। दुपज फसलें
3. प्रश्नः राज्य में एक बार से अधिक बोये गये क्षेत्र की दृष्टि से कौनसे जिले पहले, दूसरे, तीसरे एवं चौथे स्थान पर है?
4. प्रश्नः एक बार से अधिक बोये गये क्षेत्र की दृष्टि से कौनसे जिले सबसे पीछे हैं?
उत्तरः 1. राजसमंद, 2. अजमेर, 3. पाली। उन्नत खेती
5. प्रश्नः फसल चक्र किसे कहते हैं?
उत्तरः भूमि की उर्वरता को बनाये रखने के लिये एक ही फसल को लगातार बोने के स्थान पर फसलों को बदलकर बोया जाता है। उसे फसल चक्र कहते हैं। अर्थात् अनाज के बाद दलहन अथवा तिलहन।
6. प्रश्नः फसल चक्र क्यों अपनाया जाता है?
उत्तरः एक प्रकार की फसल लगातार बोते रहने से भूमि की संरचना खराब हो जाती है तथा उसमें आवश्यक तत्वों की कमी हो जाती है। इसलिये वैज्ञानिक फसल चक्र अपनाने पर जोर देते हैं।
7. प्रश्नः अनाज की फसल के बाद दलहनी फसल उगाने से क्या लाभ होता है?
उत्तरः मृदा में नाइट्रोजन की मात्रा बनी रहती है।
8. प्रश्नः अनाज के बाद सन, ढंचा आदि हरी खाद की फसलें बोने से क्या लाभ होता है?
उत्तरः मृदा में जीवांश की पर्याप्त मात्रा बनी रहती है।
9. प्रश्नः नाइट्रोजन स्थिरीकरण क्या होता है?
उत्तरः दलहनी पौधों की जड़ों में राइबोजियम, ओजोटोबैक्टर आदि बैक्टीरिया पाये जाते हैं जो वायु की नाइट्रोजन को पौधों की जड़ों में स्थिर कर देते हैं। इसे नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहते हैं?
10. प्रश्नः तिलहन विकास कार्यक्रम आरम्भ करने से पूर्व राज्य में वर्ष भर में कितना तिलहन उत्पादन होता था?
उत्तरः 2.51 लाख टन।
11. प्रश्नः तिलहन विकास कार्यक्रम कब आरम्भ किया गया?
उत्तरः 1980 के दशक में।
12. प्रश्नः वर्तमान में तिलहन विकास के लिये राज्य में कौनसी राष्ट्रीय योजना संचालित है?
उत्तरः राष्ट्रीय तिलहन एवं ऑयल पॉम मिशन।
13. प्रश्नः वर्तमान में राज्य में वर्ष भर में कितना तिलहन उत्पादित होता है?
उत्तरः 62.64 लाख टन।
14. प्रश्नः दलहन विकास कार्यक्रम कब आरम्भ किया गया?
उत्तरः ई. 1998-90 में।
15. प्रश्नः बारानी खेती किसे कहते हैं?
उत्तरः असिंचित क्षेत्र अर्थात् वर्षाधीन क्षेत्र में की गई खेती को बारानी खेती कहते हैं।
16. प्रश्नः शुष्क खेती क्या होती है?
उत्तरः राज्य में कृषि योग्य भूमि का लगभग तीन चौथाई भाग बारानी है। इस कारण राज्य में सूखा रोधी किस्मों को उन्नत कृषि विधियों से उगाया जाता है। इसे शुष्क खेती कहते हैं।
17. प्रश्नः जल बजट योजना क्या है?
उत्तरः जल की कमी के कारण राज्य में जल बजट आधारित कृषि का प्रसार किया जा रहा है। इसमें बूंद-बूंद सिंचाई योजना, फव्वारा सिंचाई योजना, पक्की नालियों एवं पाइपों के माध्यम से जल का वितरण तथा सामुदायिक नल कूप आदि उपाय अपनाये जाते हैं।
18. प्रश्नः मिश्रित कृषि क्या है?
उत्तरः कृषि कार्य के साथ-साथ पशुपालन व्यवसाय को अपनाना मिश्रित कृषि कहलाता है। राजस्थान में कृषि कार्यों में संलग्न 70 प्रतिशत जनसंख्या मिश्रित कृषि करती है।
19. प्रश्नः झूमिंग कृषि क्या है?
उत्तरः इस कृषि में वृक्षों को काटकर पहले सुखाया जाता है तथा वर्षा ऋतु के आगमन से पूर्व उन्हें जला कर उनकी राख खेतों में बिखेर दी जाती है। वर्षा होने पर उस खेत में बीज डाल दिये जाते हैं। यह कृषि पर्यावरण के लिये अत्यंत हानिकारक है। यह पद्धति आदिवासियों द्वारा अपनायी जाती थी। झूमिंग प्रणाली की वालरा कृषि भीलों द्वारा उदयपुर, डूँगरपुर तथा बाँसवाड़ा जिलों में की जाती है।
20. प्रश्नः राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी पहाड़ी क्षेत्रों में आदिवासियों द्वारा की जाने वाली कृषि को क्या कहते हैं ?
उत्तरः बालरा।
21. प्रश्नः यांत्रिक कृषि क्या है?
उत्तरः कृषि यंत्रों की सहायता से विस्तृत खेती कर भूमि का उचित उपयोग किया जाता है, उसे यांत्रिक कृषि कहते हैं। इस कृषि का विकास गंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिलों में अधिक हुआ है।
22. प्रश्नः एशिया का सबसे बड़ा यांत्रिक फार्म कहाँ है?
उत्तरः जैतसर (सूरतगढ़), श्रीगंगानगर जिला।
23. प्रश्नः सूरतगढ़ यांत्रिक कृषि फार्म कब स्थापित हुआ?
उत्तरः 15 अगस्त 1956
24. प्रश्नः सूरतगढ़ में यांत्रिक कृषि फार्म की स्थापना किस देश के सहयोग से हुई?
उत्तरः सोवियत संघ।
25. प्रश्नः सूरतगढ़ यांत्रिक फार्म कितने क्षेत्र में है?
उत्तरः 6296 हैक्टेयर। हाईब्रिड बीजों के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण तथ्य
26. प्रश्नः हाईब्रिड बीजों का उपयोग किस जिले में सर्वाधिक होता है?
उत्तरः अलवर।
27. प्रश्नः धान के हाईब्रिड बीजों का सर्वाधिक उपयोग किस जिले में होता है?
उत्तरः हनुमानगढ़।
28. प्रश्नः ज्वार के हाईब्रिड बीजों का सर्वाधिक उपयोग किस जिले में होता है?
उत्तरः अलवर।
29. प्रश्नः बाजरा के हाईब्रिड बीजों का सर्वाधिक उपयोग किस जिले में होता है?
उत्तरः जोधपुर।
30. प्रश्नः मक्का के हाईब्रिड बीजों का सर्वाधिक उपयोग किस जिले में होता है?
उत्तरः चित्तौड़गढ़।
31. प्रश्नः गेहूँ के हाईब्रिड बीजों का सर्वाधिक उपयोग किस जिले में होता है?
उत्तरः गंगानगर।
इस विषय पर विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न
1 आर.ए.एस. प्री. 2013/2015- राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी पहाड़ी क्षेत्रों में आदिवासियों द्वारा की जाने वाली कृषि को कहते हैं- (1.) बालरा, (2.) चिमाता, (3.) दजिया, (4.) शुष्क खेती। (उत्तर- बालरा।)
2 आर.ए.एस. मुख्य परीक्षा वर्ष 2010, मिश्रित कृषि में सम्मिलित है-
(1.) विभिन्न फसलों को योजनाबद्ध तरीके से उगाना।
(2.) रबी एवं साथ साथ खरीफ फसलों को उगाना।
(3.) कई तरह की फसलें उगाना तथा पशुपालन भी करना।
(4.) फलों को उगाना तथा सब्जियों को भी।
3 आर.ए.एस. मुख्य परीक्षा वर्ष 1996, व्याख्यात्मक टिप्पणी लिखिये- राजस्थान में पिछले पाँच वर्षों में तिलहन विकास कार्यक्रम की प्रगति एवं उसके प्रभाव की समीक्षा कीजिये।
4 टिप्पणी लिखिये- राजस्थान की नगदी फसलें, आर.ए.एस. मुख्य परीक्षा वर्ष 1994.