राजनीति बुरी चीज नहीं है। युगों-युगों से समाज और राष्ट्र, राजनीतिक व्यवस्था के अंतर्गत रहते आए हैं। हर युग में महापुरुष, राजनीति का अवलम्बन लेकर, मानवता के कल्याण के लि
स्वस्थ लोकतंत्र में वैचारिक संघर्ष, बहस तथा नीतिगत विरोध एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। यदि ऐसा न हो तो संसदीय शासन प्रणाली गूंगी-बहरी गुड़िया से अधिक कुछ भी नहीं किंतु जब स